Sunday, 31 May 2015
Thursday, 21 May 2015
Subscribe to:
Posts (Atom)
वजूद तेरा जिंदा है यूँ तो शिकायते तुझ से सैंकड़ों हैं मगर , तेरी एक मुस्कान ही काफी है सुलह के लिये.. ******* इत...
वजूद तेरा जिंदा है यूँ तो शिकायते तुझ से सैंकड़ों हैं मगर , तेरी एक मुस्कान ही काफी है सुलह के लिये.. ******* इत...